रायपुर :- बलौदाबाजार में संयुक्त जिला कार्यालय में हुई तोड़फोड़ को लेकर एक ओर जहां पुलिस द्वारा अपराधियों की धरपकड़ जारी है, वहीं सतनामी समाज के प्रमुखों ने कहा कि घटना में समाजजनों का कोई हाथ नहीं है। यह घटना राजनीति से प्रेरित हो सकती है। समाज प्रमुखों ने कहा कि हम मनखे-मनखे एक समान का अलख जगाने वाले बाबा घासीदास के वंशज हैं।
महाराष्ट्र मंडळ भवन के छत्रपति शिवाजी महाराज सभागृह में सामाजिक सद्भावना मंच के बैनर तले पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए समाज प्रमुख बसंत अंचल, रिटायर जज अग्रलाल जोशी, रिटायर डीएसपी बंशीलाल कुर्रे और बिलासपुर शासकीय कालेज के प्राचार्य डा. श्यामलाल निराला ने कहा कि निःसंदेह बलौदाबाजार में हुई घटना निंदनीय है। बसंत अंचल ने कहा कि गिरौदपुरी में हुई तोड़फोड़ के बाद मौके पर समाज प्रमुख गए थे।
दोषियों पर हुई कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होने पर जिला मुख्यालय में प्रदर्शन की योजना बनीं। सतनामी समाज की ओर से शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के बीच कुछ उपद्रवी तत्वों ने इस घटना को अंजाम दिया। संदेह के आधार पर किसी को गिरफ्तार किया जा रहा है तो उससे पूछताछ करें, मारपीट नहीं। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो। प्रदर्शन के पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुए उग्र मैसेज को लेकर समाज प्रमुखों ने कहा कि हमें जैसे ही ऐसे मैसेज की जानकारी मिली, हमने सार्वजनिक मंचों पर समाज के लोगों से ऐसे मैसेज प्रसारित नहीं करने और किसी भी स्थिति में उग्र नहीं होने की बात कही।