डिप्टी संपादक :- कंचन यादव
रायपुर :- पर्यटन मंत्रालय के छत्तीसगढ़ नोडल कार्यालय, नंदनवन जंगल सफारी और फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी, छत्तीसगढ़ के सहयोगात्मक प्रयास से 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में “प्राकृतिक पुनरुत्पादन एवं बीज संरक्षण पर वॉक कम फील्ड कार्यशाला” का आयोजन जंगल सफारी में किया गया.जिसमें 50 से अधिक स्वयंसेवक, पर्यावरण प्रेमियों और विद्यार्थीयों ने भाग लिया.
इस अवसर पर, FES की ओर से डॉ. सतीश शर्मा जी द्वारा प्रतिभागियों के साथ पैदल यात्रा कर पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर प्राकृतिक प्रजनन की आकर्षक प्रक्रियाओं पर प्रकाश डाला गया. जंगल सफारी के संचालक धम्मशील गणवीर ने जिम्मेदार पर्यटन प्रथाओं और पर्यावरण स्थिरता को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया. इसके साथ ही उन्होंने जंगल सफारी के अंतर्गत चल रहे जन-जागरूकता प्रयासों एवं आगामी कार्यक्रमों की जानकारी साझा की.
नमिता मिश्रा, फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी की छत्तीसगढ़ राज्य प्रमुख ने बीज संरक्षण की महत्वपूर्ण भूमिका पर व्यावहारिक निर्देश दिए. पर्यटन मंत्रालय के राज्य प्रबंधक मयंक दुबे ने इस कार्यक्रम को नागरिकों को एक स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र के महत्व से सीधे जोड़ने का एक शानदार प्रयास बताया. कार्यक्रम के समापन पर सभी अतिथियों द्वारा जंगल सफारी के अंदर वृक्षारोपण किया गया. साथ ही सभी उपस्थित प्रतिभागियों को ट्रैवल फॉर लाइफ की शपथ भी दिलाई गई.
इस अवसर पर वाय के डेहेरिया एसडीओ जंगल सफारी , वन्यजीव चिकित्सक डॉ. राकेश वर्मा, फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटी से मंजित कौर, छत्तीसगढ़ के कई जिलों से आये हुए प्रतिभागी, इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर, गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिलासपुर के कई विद्यार्थियों के साथ नंदनवन जंगल सफारी के गाइड एवं सभी कर्मचारियों ने हिस्सा लिया.