रिपोर्टर :- कंचन यादव
रायपुर :- सिक्ख पंथ के पांचवे गुरु श्री गुरु अर्जन देवी जी की शहादत दिवस पर छत्तीसगढ़ सिख काउंसिल द्वारा मीठे और ठंडे शरबत और चने के प्रसाद वितरण किया गया, मानवता देश और धर्म की रक्षा के लिए सिक्ख समाज की कुर्बानियां अनगिनत है पांचवे गुरु गुरु अर्जन देव जी की शहादत उसमे अग्रिम पंक्ति से आरंभ होती है जब देश पर मुगलिया साम्राज्य का आतंक था ऐसे में गुरुजी की बढ़ती लोकप्रियता और धार्मिक गतिविधियों से घबराकर तात्कालिक मुगल शासक जहांगीर द्वारा यातनाएं देकर शहीद किया गया।
मई माह की तेज गर्मी में तपती दोपहरी में गर्म तवे जिसके नीचे आग जल रही थी उसपर बैठाकर फिर ऊपर से गर्म गर्म रेत डालकर शहीद किया गया गुरु जी तेरा भाना मीठा लागे और सतनाम वाहेगुरु जी का जाप करते हुए मानवता की रक्षा के लिए शहीद हो गए इस दिवस को नमन करते हुए सिख समाज ठंडे और मीठे शरबत का वितरण कर संदेश देते है छत्तीसगढ़ सिक्ख काउंसिल द्वारा प्रतिवर्ष की ही तरह इस वर्ष भी जयस्तंभ चौक में राहगीरों को तपती गर्मी के दौरान राहत देने मीठे और ठंडे शरबत के साथ चने का वितरण किया, गुरु महाराज को याद करते हुए अरदास कर ठंडे शरबत छबील की सेवा आरंभ हुई।
राजधानी वासी अपने वाहन रोककर बड़ी संख्या इस दौरान प्यास बुझाने रुके इस दौरान छत्तीसगढ़ सिक्ख काउंसिल के प्रदेश अध्यक्ष अमरजीत सिंह छाबड़ा महासचिव गगनदीप सिंह हंसपाल, भूपेंद्र सिंह मक्कड़, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेंद्र छाबड़ा, सच्चिदानंद उपासने, प्रफुल विश्वकर्मा, हरमीत सिंह होरा,परविंदर सिंह भाटिया, परमजीत सिंह दत्ता योगेश सैनी,पप्पू सलूजा,सुरजीत सिंह छाबड़ा अमरजीत सिंह संधू, अवतार बागल, विनय शर्मा, बिहारी होतवानी सहित सिक्ख समाज और अन्य सभी समाज के प्रमुखजन भी उपस्थित थे।