रायपुर(Raipur)नगर निगम चुनाव की आरक्षण प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, और इसके तहत 70 वार्डों में विभिन्न वर्गों के लिए आरक्षण तय कर दिया गया है। महापौर पद का आरक्षण 24 दिसंबर को लॉटरी प्रणाली के माध्यम से तय किया जाएगा।
इस प्रक्रिया में, 23 वार्डों को पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षित किया गया है, जिनमें से 8 वार्ड महिलाओं के लिए हैं। अनुसूचित जाति (एससी) के लिए 9 वार्ड आरक्षित किए गए हैं, जिनमें 3 महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। वहीं, अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए 3 वार्ड आरक्षित किए गए हैं, जिनमें 1 महिला वार्ड शामिल है। इसके अलावा, 35 अनारक्षित वार्डों में से 11 वार्ड सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं।
आरक्षण के चलते कई प्रमुख नेताओं और पार्षदों के वार्ड आरक्षित हो गए हैं, जिससे राजनीतिक माहौल में उथल-पुथल देखने को मिल रही है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में यह प्रक्रिया एक अहम कदम माना जा रहा है, हालांकि कुछ जनप्रतिनिधियों के वार्ड आरक्षित होने से असंतोष भी उभरा है।
आरक्षण प्रक्रिया के दौरान कुछ विवाद भी सामने आए, जैसे पर्चियों को डिब्बे में डालने और निकालने की प्रक्रिया। इस विवाद को शांत करने के लिए कलेक्टर को बड़े डिब्बे की व्यवस्था करनी पड़ी। इस पूरी प्रक्रिया ने जहां चुनावी राजनीति को नई दिशा दी है, वहीं महिला प्रतिनिधित्व को बढ़ावा देने का भी संकेत दिया है।
संवाददाता – बीना बाघ