रायपुर(Raipur) भाजपा नेता सुनील सोनी ने रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से भारी मतों से जीत दर्ज की है। उनकी इस विजय ने न केवल पार्टी में उनका कद बढ़ाया है, बल्कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के संभावित मंत्रिमंडल में उन्हें स्थान मिलने की अटकलों को भी मजबूती दी है।
भाजपा का भरोसा और रणनीति
पूर्व सांसद सुनील सोनी को रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाकर भाजपा ने न केवल उनके अनुभव और नेतृत्व क्षमता पर भरोसा जताया, बल्कि कांग्रेस के युवा प्रत्याशी आकाश शर्मा के सामने उन्हें उतारकर एक मजबूत संदेश भी दिया। सुनील सोनी ने यह मुकाबला जीतकर साबित कर दिया कि वे पार्टी और जनता दोनों की अपेक्षाओं पर खरे उतर सकते हैं।
वरिष्ठ नेताओं का साथ और व्यक्तिगत योगदान
रायपुर दक्षिण सीट भाजपा के लिए पारंपरिक रूप से एक मजबूत सीट रही है। इससे पहले बृजमोहन अग्रवाल ने यहां से लंबी राजनीतिक पारी खेली थी। ऐसे में सुनील सोनी को प्रत्याशी बनाए जाने के पीछे वरिष्ठ नेताओं का समर्थन बताया जा रहा है। लेकिन यह भी स्पष्ट है कि उनकी जीत पूरी तरह से उनके अपने अनुभव, कार्यशैली और जनता से जुड़ाव का परिणाम है।
मंत्रिमंडल में स्थान की संभावना
राजधानी रायपुर से कम से कम एक मंत्री बनाए जाने की चर्चा के बीच सुनील सोनी का नाम सबसे आगे है। पार्टी के रणनीतिकार यह मानते हैं कि उनके समुदाय और अनुभव को देखते हुए उन्हें मंत्रिमंडल में स्थान देकर पार्टी को मजबूत संदेश दिया जा सकता है। इसके अलावा, उनकी जीत ने यह साबित किया है कि वे बड़ी जिम्मेदारियों को संभालने में सक्षम हैं।
रायपुर दक्षिण: भाजपा का मजबूत गढ़
रायपुर दक्षिण सीट पर भाजपा की पकड़ लंबे समय से मजबूत रही है। सुनील सोनी की जीत ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया है। उनके अनुभव और समर्पण ने उन्हें कांग्रेस के युवा प्रत्याशी के खिलाफ जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
भविष्य की संभावनाएं
सुनील सोनी की इस सफलता के बाद पार्टी के भीतर उनके लिए कई रास्ते खुले हैं। जल्द ही उन्हें मुख्यमंत्री साय के मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दिए जाने की संभावना है। उनकी नियुक्ति न केवल पार्टी के भीतर संतुलन बनाएगी, बल्कि राजधानी रायपुर में भाजपा की पकड़ को और मजबूत करेगी।
संवाददाता – बीना बाघ