नगर पालिका में भ्रष्टाचार के आरोपों पर कांग्रेस-भाजपा आमने-सामने

खैरागढ़: खैरागढ़ नगर पालिका में कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। शैलेन्द्र वर्मा के कांग्रेस से भाजपा में जाने और गिरिजा चंद्राकर के पालिका अध्यक्ष बनने के बाद भाजपा ने भ्रष्टाचार के जिन मुद्दों को ठंडे बस्ते में डाल दिया था, अब कांग्रेस ने उन्हें जोर-शोर से उठाना शुरू कर दिया है।

पिछले चुनावों में दिलचस्प मुकाबला

20 वार्डों वाले खैरागढ़ नगर पालिका में पिछले चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के 10-10 पार्षद जीतकर आए थे। अध्यक्ष पद के लिए हुए कड़े मुकाबले का निर्णय पर्ची निकालकर किया गया, जिसमें कांग्रेस के शैलेन्द्र वर्मा को जीत मिली। इसके बाद भाजपा ने वर्मा पर आरसीसी कुर्सियां और जिम सामग्री खरीदी में भ्रष्टाचार सहित कई गंभीर आरोप लगाए।

सरकार बदली, पाला बदला और आरोप भी बदल गए

प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद शैलेन्द्र वर्मा और दो अन्य पार्षद भाजपा में शामिल हो गए। इसके साथ ही गिरिजा चंद्राकर पालिका अध्यक्ष बन गईं। अध्यक्ष बदलते ही भाजपा ने भ्रष्टाचार के मुद्दों को तवज्जो देना बंद कर दिया।

कांग्रेस ने उठाए स्थानीय मुद्दे और घोटालों के आरोप

कांग्रेस ने हाल ही में वार्ड क्रमांक 19, गोकुल नगर टिकरापारा का दौरा किया, जहां 5 लाख की लागत से बने गार्डन में ताले लगे हुए हैं और गार्डन की स्थिति बदहाल है। इसके अलावा 37 लाख की जिम सामग्री खरीदी घोटाले की जांच के लिए राजा लाल बहादुर सिंह क्लब का निरीक्षण किया, जहां केवल पुराना और खराब सामान पाया गया।

भाजपा पर “वॉशिंग मशीन” राजनीति का आरोप

कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया कि जब शैलेन्द्र वर्मा कांग्रेस में थे, तो भाजपा ने उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, लेकिन भाजपा में शामिल होते ही वे इन आरोपों से मुक्त हो गए। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा की “वॉशिंग मशीन” में भ्रष्ट नेता खुद को बचा रहे हैं।

जनता का हो रहा नुकसान

इस पूरे राजनीतिक विवाद पर गिरिजा चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस खुद के शासनकाल के घोटालों को उजागर कर रही है। लेकिन सियासी खींचतान के इस खेल में खैरागढ़ की जनता की समस्याएं अनदेखी रह गई हैं।

संवाददाता – बीना बाघ

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