रायपुर(Raipur) छत्तीसगढ़ की रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर आए चुनाव परिणामों ने बीजेपी खेमे में जश्न का माहौल बना दिया, जबकि कांग्रेस में निराशा छा गई। कांग्रेस ने इस सीट पर बीजेपी का किला ढहाने के लिए युवा चेहरा आकाश शर्मा पर भरोसा जताया, लेकिन यह दांव उल्टा पड़ गया। यहां तक कि आकाश शर्मा अपने गृह वार्ड सुंदर नगर में भी जीत दर्ज नहीं कर पाए। हार के बाद आकाश ने जनता के फैसले को स्वीकार करते हुए भविष्य में भी जनता के हित में काम करने की बात कही।
कांग्रेस की हार के पीछे पांच प्रमुख कारण उभरकर सामने आए:
- वरिष्ठ नेताओं की व्यस्तता:
रायपुर दक्षिण के प्रचार के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावों में व्यस्त रहे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव जैसे दिग्गजों की गैरमौजूदगी का असर प्रचार पर पड़ा। - अंतिम समय में प्रचार:
चुनाव के अंतिम दिनों में ही पार्टी के वरिष्ठ नेता सक्रिय हुए, जिससे प्रचार अभियान कमजोर रहा और मतदाताओं पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा। - गुटबाजी का असर:
कांग्रेस में गुटबाजी इस बार भी स्पष्ट दिखी। टिकट मिलने के बाद कई वरिष्ठ नेताओं ने आकाश शर्मा के लिए पूरा समर्थन नहीं दिखाया, जिससे पार्टी की एकजुटता प्रभावित हुई। - स्थानीय समर्थन की कमी:
सुंदर नगर, जहां आकाश शर्मा का घर है, वहां से भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा। यह उनके स्थानीय जनाधार में कमजोरी को दर्शाता है। - बीजेपी की मजबूत पकड़:
बीजेपी ने यहां अपना गढ़ बरकरार रखा और अपने संगठित प्रचार अभियान के जरिए मतदाताओं को प्रभावित करने में कामयाब रही।
कांग्रेस के लिए यह हार आत्ममंथन का समय है, जबकि बीजेपी ने इसे अपनी नीतियों और संगठन की जीत करार दिया।
संवाददाता – बीना बाघ