रायपुर(Raipur) रायपुर में फरवरी महीने से लेकर अब तक 7970 अपराध दर्ज किए गए हैं, जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 3 प्रतिशत कम हैं। 2023 में इस अवधि में कुल 8224 अपराध दर्ज हुए थे। यह आंशिक कमी पुलिस द्वारा उठाए गए प्रतिबंधात्मक कदमों और सख्त कार्यवाहियों का परिणाम माना जा रहा है।
आईजीपी और एसएसपी की रणनीतियां:
आईजीपी अमरेश मिश्रा और एसएसपी संतोष सिंह के नेतृत्व में रायपुर पुलिस ने कई प्रभावी कदम उठाए हैं। पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ कार्यवाही तेज की है, अड्डेबाजी और नशे के खिलाफ कड़ी कार्रवाइयां चलायी हैं, और विजिबल पुलिसिंग (दृश्य पुलिसिंग) पर जोर दिया है।
अपराधों में बदलाव:
हालांकि, कुछ अपराधों में वृद्धि भी देखी गई है। उदाहरण के लिए, हत्या के मामलों में 7 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है, जहां पिछले साल 54 हत्या की घटनाएं दर्ज हुई थीं, वहीं इस वर्ष यह संख्या 58 तक पहुंच गई है। वहीं, चाकूबाजी की घटनाओं में 40 प्रतिशत की कमी आई है (171 के मुकाबले 102 घटनाएं)। इसके अलावा, छेड़छाड़/यौन हिंसा में 28 प्रतिशत, बलात्कार में 8 प्रतिशत, चोरी में 9 प्रतिशत और मारपीट में 3 प्रतिशत की कमी आई है।
निजात अभियान का असर:
इस वर्ष फरवरी से चलाए गए नशे के खिलाफ “निजात अभियान” के तहत एनडीपीएस (नारकोटिक्स) और आबकारी के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। इस अभियान के कारण इन अपराधों में तेजी से वृद्धि हुई है, जिससे कुल पंजीकृत अपराधों की संख्या में वृद्धि दिखाई दे रही है।
कुल मिलाकर, पुलिस की सख्त कार्रवाई और रणनीतियों से कुछ अपराधों में कमी आई है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में अपराधों में वृद्धि भी हो रही है।
संवाददाता – बीना बाघ