मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन महत्वपूर्ण जनसभाओं को संबोधित किया। पहली सभा छत्रपति संभाजीनगर में हुई, जहां उन्होंने कहा कि यह चुनाव राज्य की तरक्की और भविष्य को निर्धारित करेगा। उन्होंने महायुति (भाजपा, शिवसेना और सहयोगी दलों का गठबंधन) को महाराष्ट्र के विकास के लिए आवश्यक बताते हुए कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की अघाड़ी पर तीखा हमला किया।
पीएम मोदी ने संभाजी महाराज और औरंगजेब का संदर्भ देते हुए कहा कि एक तरफ देशभक्त हैं जो संभाजी महाराज का सम्मान करते हैं, जबकि दूसरी तरफ वे लोग हैं जो औरंगजेब के कातिल को मसीहा मानते हैं। उन्होंने याद दिलाया कि संभाजीनगर का नाम बदलने की मांग सबसे पहले बालासाहेब ठाकरे ने की थी, लेकिन अघाड़ी सरकार के 2.5 साल के शासन में कांग्रेस के दबाव के कारण यह निर्णय नहीं लिया गया। महायुति सरकार ने सत्ता में आते ही इस फैसले को लागू कर छत्रपति संभाजीनगर का नाम स्थापित किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महायुति सरकार महाराष्ट्र को विकसित बनाने के लिए आधुनिक बुनियादी ढांचे पर ध्यान दे रही है। उन्होंने मराठवाड़ा, विदर्भ और मुंबई को आपस में जोड़ने वाले प्रोजेक्ट्स का उल्लेख किया और कहा कि महाराष्ट्र का विकास भारत को विकसित राष्ट्र बनने के करीब लाएगा। मराठवाड़ा के जल संकट पर बोलते हुए उन्होंने कांग्रेस और अघाड़ी दलों पर पानी की समस्या की अनदेखी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने सूखे के खिलाफ प्रभावी कदम उठाए हैं और जनता से अघाड़ी को सत्ता में वापस न लाने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र की संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण की प्रतिबद्धता जताते हुए भगवान विठ्ठल के भक्तों के लिए पालकी महामार्ग निर्माण और मराठी को अभिजात भाषा का दर्जा देने की बात कही।
कांग्रेस पर आरोप
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर जातिगत राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि यह पार्टी दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को आपस में बांटकर सत्ता हासिल करना चाहती है। उन्होंने कांग्रेस पर आरक्षण का विरोध करने और समाज की एकता को तोड़ने का आरोप लगाया। पीएम मोदी ने ओबीसी समाज को चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार में आने पर एससी/एसटी/ओबीसी आरक्षण खतरे में पड़ सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता को बंटवारे की राजनीति करने वालों को हराना होगा और विकास की राह पर आगे बढ़ने के लिए महायुति सरकार का समर्थन करना होगा।
संवाददाता – बीना बाघ