मुंबई: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने कभी संविधान को पढ़ा ही नहीं है, इसलिए उन्हें लगता है कि संविधान की लाल किताब खाली है। महाराष्ट्र के नंदुरबार में रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा कि भाजपा को इस किताब का लाल रंग पसंद नहीं है। उन्होंने कहा, “हमें इससे फर्क नहीं पड़ता कि इसका रंग लाल है या नीला। हम इस संविधान को बचाने के लिए अपनी जान तक देने को तैयार हैं।”
गौरतलब है कि 20 नवंबर को चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी द्वारा दिखाई गई लाल किताब को शहरी नक्सलवाद से जोड़ने का प्रयास किया था।
राहुल ने आगे कहा कि देश में आदिवासियों की आबादी 8 प्रतिशत है, लेकिन उन्हें संसाधनों में मात्र 1 प्रतिशत हिस्सेदारी मिलती है। भाजपा और आरएसएस आदिवासियों को “वनवासी” कहकर उनका अपमान करते हैं। उन्होंने कहा कि आदिवासी इस देश के पहले मालिक हैं, और जल, जंगल, जमीन पर उनका पहला हक है।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा आदिवासियों को उनके अधिकारों से वंचित रखना चाहती है और उन्हें केवल जंगलों तक सीमित देखना चाहती है। उन्होंने दावा किया कि सरकार चलाने वाले 90 अधिकारियों में से केवल एक अधिकारी आदिवासी समुदाय से है। विकास कार्यों के लिए अगर 100 रुपये खर्च किए जाते हैं तो आदिवासी अधिकारियों को केवल 10 पैसे मिलते हैं। इसके अलावा, आदिवासी अधिकारियों को अहम विभाग भी नहीं दिए जाते।
संवाददाता – बीना बाघ