“कांग्रेस के झूठे वादे, जनता के सामने बेनकाब- प्रधानमंत्री मोदी”

रायपुर(Raipur) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस खुद को “बुरी तरह बेनकाब” कर चुकी है क्योंकि वह जनता से ऐसे वादे कर रही है जो उसे मालूम है कि कभी पूरे नहीं किए जा सकेंगे। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की उस टिप्पणी का उल्लेख किया, जिसमें कहा गया था कि कांग्रेस की राज्य इकाइयों को ऐसा कोई भी वादा करने से बचना चाहिए जिससे वित्तीय संकट उत्पन्न हो।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को अब यह एहसास हो गया है कि झूठे वादे करना आसान है, लेकिन उन्हें पूरा करना कठिन या असंभव है। उन्होंने दावा किया कि चुनावी रैलियों में किए गए वादों के बावजूद, कांग्रेस जानती है कि वे उन्हें पूरा नहीं कर पाएंगे, जिससे अब वे जनता के सामने पूरी तरह उजागर हो चुके हैं। मोदी ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस शासित राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में विकास कार्यों की गति और वित्तीय हालात लगातार खराब हो रहे हैं।

मोदी ने जनता से अपील की कि वे कांग्रेस के “झूठे वादों” से सतर्क रहें। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हरियाणा के लोगों ने कांग्रेस के झूठे वादों को अस्वीकार कर एक स्थिर और प्रगतिशील सरकार को प्राथमिकता दी। प्रधानमंत्री ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कांग्रेस_के_झूठे_वादे के साथ कई पोस्ट किए, जिनमें उन्होंने कहा कि कांग्रेस को वोट देना गैर-शासन, खराब आर्थिक स्थिति और भ्रष्टाचार को समर्थन देना है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तथाकथित “गारंटी” अधूरी और भ्रामक है, जो इन राज्यों के लोगों के साथ धोखा है। मोदी ने कहा कि गरीब, युवा, किसान और महिलाएं इस तरह की राजनीति से सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। कर्नाटक का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस वहां विकास कार्यों की बजाए अंदरूनी राजनीति और अन्य गतिविधियों में व्यस्त है, जिससे मौजूदा योजनाएं भी कमजोर हो रही हैं।

हिमाचल प्रदेश में समय पर कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा और तेलंगाना के किसान कर्जमाफी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।उन्होंने छत्तीसगढ़ और राजस्थान का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस ने इन राज्यों में कई भत्ते देने का वादा किया था, जो आज तक लागू नहीं हो पाए। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के लोग अब विकास और प्रगति की मांग कर रहे हैं, ना कि कांग्रेस के पुराने और अधूरे वादों को।

संवाददाता – बीना बाघ

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