रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव: जातिगत समीकरण और प्रमुख उम्मीदवारों की स्थिति

रायपुर(Raipur) दक्षिण विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को उपचुनाव होने जा रहा है। इसके लिए प्रमुख दलों, कांग्रेस और बीजेपी ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। बीजेपी ने इस बार पूर्व सांसद सुनील सोनी को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा को टिकट दिया है। दोनों उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल कर दिए हैं और अब चुनाव प्रचार में जुट गए हैं। वे मतदाताओं से मिलकर समर्थन मांग रहे हैं।

इस सीट पर जातिगत समीकरण को लेकर चर्चाएं तेज हैं। आंकड़ों के मुताबिक, रायपुर दक्षिण में 10% अनुसूचित जाति (एससी) के मतदाता हैं, जबकि अनुसूचित जनजाति (एसटी) के मतदाता 4% हैं। ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के मतदाता इस सीट पर सबसे ज्यादा हैं, जिनकी संख्या 53% है। इसमें 16% साहू समाज, 6% यादव समाज, और 6% कुर्मी समाज के लोग शामिल हैं। सामान्य वर्ग के 16% मतदाता हैं, जिनमें 5% ब्राह्मण और 4% वैश्य शामिल हैं। वहीं, अल्पसंख्यक मतदाता 17% हैं, जिनमें 10% मुस्लिम समुदाय के लोग हैं।

वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा के अनुसार, रायपुर दक्षिण में जातिगत समीकरण का ज्यादा प्रभाव नहीं रहा है। उन्होंने बताया कि जब बृजमोहन अग्रवाल यहां से चुनाव लड़ते थे, तो जातिगत समीकरण का असर देखने को नहीं मिला। कांग्रेस ने इस समीकरण को भुनाने की कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हुए। यहां ब्राह्मण, ओबीसी, वैश्य और संत समाज के उम्मीदवारों को भी उतारा गया, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसलिए इस सीट पर अब तक जातिगत समीकरण का ज्यादा असर नहीं दिखा है।

इस उपचुनाव के लिए अब तक 24 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है। आज नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि है, और नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर है। इनमें विभिन्न पार्टियों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी अपने नामांकन पत्र जमा किए हैं, जैसे सुंदर समाज पार्टी से रामकुमार अजगल्ले, सर्वआदि दल से अंकुश बरीयेकर, धूं सेना से नीरज सैनी, और इंडियन नेशनल कांग्रेस से आकाश शर्मा आदि।

संवाददाता – बीना बाघ

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *