रायपुर। महाशिवरात्रि पर्व के योग – संयोग पर महामाया मन्दिर वास्तु एवं ज्योतिष सलाहकार गोल्डन बुक वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर पण्डित मनोज शुक्ला ने बताया कि महाशिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग और शिव योग के साथ ही ग्रहों के भी बहुत शुभ योग बने हैं। महाशिवरात्रि से ठीक एक दिन पहले 7 मार्च को शुक्र मित्र ग्रह शनि की राशि में आकर शनि के साथ युति बनाएंगे। इसके साथ ही कुंभ राशि में सूर्य, शनि और शुक्र का मजबूत त्रिग्रही योग भी बनेगा। महाशिवरात्रि के शुभ संयोग में शुक्र और शनि की युति होने से सिंह और तुला के लिये बहुत शुभ है। पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 8 मार्च को रात्रि 9 बजकर 57 से शुरू होगी। अगले दिन इस तिथि का समापन 9 मार्च को शाम 6 बजकर 17 मिनट पर होगा। महाशिवरात्रि में 4 शुभ योग महाशिवरात्रि पर पूजा का मुहूर्त – रात्रि 12 बजकर 07 मिनट से 12 बजकर 56 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग – सुबह 06 बजकर 38 मिनट से 10 बजकर 41 मिनट तक शिव योग – 9 मार्च को सूर्योदय रात्रि 12 बजकर 46 मिनट तक सिद्ध योग – 9 मार्च को रात्रि 12 बजकर 46 मिनट से 08 बजकर 32 मिनट तक श्रवण नक्षत्र- सुबह 10 बजकर 41 मिनट तक।
सर्वार्थ सिद्धि योग
सर्वार्थ सिद्धि योग को बहुत शुभ माना जाता है। इस योग में किए गए सभी कार्य सफल होते हैं।
शिव योग
महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव योग बनना शुभ माना जा रहा है। इस योग में ध्यान करना और मंत्र जाप करना अच्छा माना जाता है। इस शुभ समय भोलेनाथ की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
सिद्ध योग
मान्यताओं के अनुसार सिद्ध योग भगवान गणेश से जुड़ा हुआ है। यह योग आपके सभी कार्यों में सफलता प्रदान करता है। श्रवण नक्षत्र
श्रवण नक्षत्र के स्वामी शनि देव को माना जाता है। साथ ही यह नक्षत्र अपनी शुभता के लिए जाना जाता है। श्रवण नक्षत्र में किए गए कार्य का फल शुभ ही होता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक धनवान, प्रसिद्ध और सुखी होते हैं।