देश में इंदिरा गाँधी ने 1975 में लगाये आपात काल के दौरान तानाशाही पूर्वक निरुद्ध किये गए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्यों को भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा सम्मान करते हुए लोकतंत्र सेनानी सम्मान निधि प्रदान किया जा रहा है,
अखिल भारतीय छत्तीसगढ़ी महासभा के संयोजक डॉ सौरभ निर्वाणी ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात कर ,इमरजेंसी के दौरान निरुद्ध हुए मीसा बंदियों के दिवंगत हो जाने पर राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि किये जाने की मांग रखी थी,अखिल भारतीय छत्तीसगढ़ी महासभा की मांग पर साय कैबिनेट ने मुहर लगाते हुए राज्य में लोकतंत्र सेनानियों की अंत्येष्ठि राजकीय सम्मान के साथ करने के साथ साथ 25 हजार की अंत्येष्टि राशी देने की भी घोषणा की है,इस पर राज्य भर के 320 लोकतंत्र सेनानियों ने सरकार का आभार व्यक्त किया है,लोकतंत्र सेनानी अधिवक्ता हृदयनारायण निर्वाणी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने का आभार जताते हुए कहा कि उस दौर में जो हम सब संघ के स्वयं सेवक तानाशाही का विरोध करते हुए महीनों जेल में रहे तो इस आकांक्षा से नही थे सम्मान होगा।
बल्कि वह देश बचाने ,लोकतंत्र को बचाने तानाशाही के विरोध में उठाया गया कदम था,भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमन्त्री सरकार में बैठे लोग आज हमारे कामो को समाज मे रेखांकित कर रहे हैं इससे बढ़कर कुछ भी नही,अखिल भारतीय छत्तीसगढ़ी महासभा के संयोजक डॉ सौरभ निर्वाणी ने साय कैबिनेट के फैसले पर हर्ष जताते हुए कहा है कि महासभा की मांग रखे अभी महीना भी नही बीता था और सरकार ने अपनी कैबिनेट में इसे मंजूरी दी यह साय सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है।
डॉ सौरभ निर्वाणी ने कहा है कि प्रदेश भर के जिला भाजपा मुख्यालयों में उस जिले के लोकतंत्र सेनानी का फ़ोटो जिला भाजपा मुख्यालय में लगाने के लिए प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव से भी मुलाकात करेंगे ताकि भारतीय जनता पार्टी के नए कार्यकर्ताओं को मीसा बंदियों के त्याग, राष्ट्र गौरव के लिए अपना जीवन खपाने वाले स्वयंसेवकों से प्रेरणा भी मिले,और राष्ट्र धर्म के लिए अपने को समिधा बनाने की भावना कार्यकर्ताओ में और मजबूत हो सके
संवाददाता – बीना बाघ