जेल विभाग में पिछले 16 वर्षों से सेवारत हूं। छत्तीसगढ़ के 4 केन्द्रीय जेलों में सेवा कर चुकी हूं। किंतु किसी भी जेलों के प्रशासनिक भवन में पृथक से महिला शौचालय की सुविधा नहीं होने से मजबूरी में पुरूष शौचालय का उपयोग करना पड़ रहा था।
पिछले दो वर्षों से पृथक से महिला शौचालय की मांग किये जा रहे थे मौखिक एवं लिखित दोनों ही स्तर पर लेकिन कोई न्यायसंगत कार्यवाही नहीं हो रही थी।
ज्ञात हो कि केन्द्रीय जेल दुर्ग जहां वर्तमान में मैं पदस्थ हूं में ही 05 महिला अधिकारी सेवारत हैं। किंतु महिला शौचालय एक भी नहीं है।
अत: उपरोक्त समस्या के समाधान बाबत् माननीय गृहमंत्री जी को शिकायत पत्र प्रेषित किया गया। साथ ही कई राजनैतिक दलों ने भी यह मुद्दा उठाया।
अंतत: शासन द्वारा समस्त जेलों- केन्द्रीय, जिला एवं उप जेलों के प्रशासनिक भवनों में पृथक से महिला शौचालय की व्यवस्था हेतु आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देश जारी किये हैं।
मैं आप सभी जनता और राजनैतिक दलों की आभारी हूं जिन्होने इतने संवेदनशील मुद्दों के लिए आवाज बुलंद किया। आप सभी के सहयोग के कारण ही भविष्य में भी महिलाऐं सुरक्षित रहेंगी।