समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में डेंगू, मलेरिया और वायरल बुखार जैसी बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है, लेकिन मरीजों को पर्याप्त स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल रही हैं। अखिलेश यादव का कहना है कि भाजपा सरकार के शासन में प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है, और सरकारी अस्पतालों में मरीजों की उचित देखभाल नहीं हो पा रही है।
सपा प्रमुख ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए राज्य सरकार की ओर से पर्याप्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के कई शहरों में सफाई की कमी और फागिंग न होने से डेंगू और मलेरिया के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। उन्होंने बताया कि केवल लखनऊ में ही पिछले एक सप्ताह के भीतर 400 से अधिक डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं, और इस बीच कई लोगों की मौत भी हो चुकी है।
अखिलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया कि सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के कारण मरीजों को मजबूरन निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ता है, जहां उनसे इलाज के लिए भारी-भरकम रकम वसूली जाती है। उन्होंने कहा कि यह मनमानी वसूली गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों पर एक अतिरिक्त बोझ डाल रही है, जो पहले से ही महंगाई और बेरोजगारी जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं।
उन्होंने सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द सफाई व्यवस्था को सुधारने के साथ-साथ मच्छरों की रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर फागिंग अभियान चलाया जाए। साथ ही, सरकारी अस्पतालों की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं ताकि आम जनता को राहत मिल सके और उन्हें निजी अस्पतालों पर निर्भर न रहना पड़े।