रायपुर(Raipur) सेंट्रल जेल में बदमाशों के बीच वर्चस्व की लड़ाई एक बार फिर भयंकर मोड़ ले चुकी है। ताजा मामला तब सामने आया जब एक गंभीर रूप से घायल कैदी को इलाज के लिए आंबेडकर अस्पताल ले जाया गया। जेल सूत्रों के अनुसार, यह हमला जेल में करीब पंद्रह दिन पहले हुई चाकूबाजी की घटना का बदला लेने के लिए किया गया था। इस हमले में तेलीबांधा थाना क्षेत्र के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर सैयद नदीम पर चाकू से वार किया गया, जिससे उसके चेहरे, गाल और सिर पर गंभीर चोटें आई हैं।
सूत्रों के मुताबिक, यह घटना 27 सितंबर की है जब मौदहापारा थाना क्षेत्र के बदमाश आसिफ उर्फ बुट्टी ने सैयद नदीम पर जानलेवा हमला किया। सैयद नदीम पिछले 5 साल से दीपक नायडू की हत्या के मामले में जेल में बंद है। बताया जा रहा है कि जेल में आपसी रंजिश और दबदबे को लेकर बदमाशों के बीच हिंसा का यह सिलसिला जारी है।
चम्मच से बना लिया चाकू
इस घटना की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि हमले के लिए इस्तेमाल किया गया हथियार चम्मच को घिसकर बनाया गया था। जेल के भीतर खाना खाते समय बदमाशों ने चम्मच को चुराया और उसे घिसकर धारदार चाकू में बदल दिया। इस हथियार का इस्तेमाल कर बदमाशों ने आपसी वर्चस्व की लड़ाई में एक-दूसरे पर हमला किया। सूत्रों के अनुसार, यह संघर्ष जेल के बैरक में दबदबा कायम करने के उद्देश्य से किया गया था।
पुरानी रंजिश का बदला
जेल प्रशासन और अन्य सूत्रों ने बताया कि इस हमले की जड़ें 12 जून को हुई एक पुरानी घटना से जुड़ी हैं, जब आसिफ ने मौदहापारा थाना क्षेत्र के एक और बदमाश शेख साहिल पर हमला किया था। माना जा रहा है कि उसी घटना का बदला लेने के लिए आसिफ ने सैयद नदीम पर यह हमला किया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद जेल प्रशासन ने तुरंत हरकत में आकर सभी आरोपियों को अलग-अलग बैरकों में स्थानांतरित कर दिया है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। हालांकि, अभी तक इस घटना की आधिकारिक रिपोर्ट थाने में दर्ज नहीं की गई है। सूत्रों का मानना है कि अगर यह रिपोर्ट दर्ज नहीं होती, तो जेल के अंदर बदमाशों का मनोबल और अधिक बढ़ सकता है, जिससे और अधिक खतरनाक स्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं।
इस घटना ने जेल के भीतर सुरक्षा प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और वहां पर मौजूद कैदियों के बीच लगातार बढ़ती आपसी रंजिश और हिंसा की घटनाओं पर प्रशासन की सख्ती की मांग तेज हो गई है।