आज रायपुर स्थित राजीव भवन में आयोजित एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता में प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख नेताओं, विकास उपाध्याय (पूर्व सचिव, AICC), श्रीमती छाया वर्मा (पूर्व सांसद, राज्यसभा), श्रीमती अनीता शर्मा (पूर्व विधायक), उदोराम वर्मा (अध्यक्ष, ग्रामीण जिला कांग्रेस कमेटी), और कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने राज्य में शिक्षा विभाग द्वारा किए गए “किताब घोटाले” का पर्दाफाश किया।
प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेताओं ने गंभीर चिंता व्यक्त की कि बच्चों की किताबें, जो उनके भविष्य की नींव हैं, कूड़े के ढेर में फेंकी जा रही हैं। यह प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की अनदेखी को उजागर करता है और बच्चों के भविष्य के साथ गंभीर खिलवाड़ है।
महत्वपूर्ण तिथियां:
29 अगस्त को जशपुर, 31 अगस्त को सरगुजा, 3 सितंबर को रायगढ़, और 13 सितंबर को धमतरी में कुल 60 टन से अधिक किताबें प्राप्त हुई हैं, जो छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम की किताबें हैं। यह दर्शाता है कि शिक्षा विभाग में भारी लापरवाही और भ्रष्टाचार व्याप्त है।
प्रदेश कांग्रेस ने मांग की है कि इन जिलों के शिक्षा अधिकारियों और संकुल प्रभारियों की जांच की जाए और उन्हें जिम्मेदारी के दायरे में लाया जाए ताकि दोषियों पर कार्रवाई हो सके।
कांग्रेस ने यह भी दुख व्यक्त किया कि शिक्षा मंत्री इस घोटाले से अनभिज्ञ बने हुए हैं। प्रदेश कांग्रेस ने राज्य सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की है ताकि बच्चों को उनकी किताबें समय पर मिल सकें और भविष्य में ऐसी अनियमितताएँ रोकी जा सकें।