रायपुर(Raipur)में आयोजित रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह में राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि नवाचार, अनुसंधान और विकास के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाए जा सकते हैं। उन्होंने गरीबी, बीमारी, बेरोजगारी जैसी समस्याओं के समाधान के लिए इन क्षेत्रों में काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। समारोह में 1440 विद्यार्थियों को डिग्री और डिप्लोमा प्रदान किए गए। विभिन्न संकायों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 20 से अधिक विद्यार्थियों को चान्सलर स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही प्रसिद्ध लोकगायक पद्मश्री प्रहलाद सिंह तिपानिया और हास्य कवि सुरेन्द्र दुबे को डी.लिट. की मानद उपाधि प्रदान की गई।राज्यपाल ने अपने संबोधन में विद्यार्थियों को उनके इस महत्वपूर्ण दिन पर बधाई दी और कहा कि वे अपनी कड़ी मेहनत और परिवार, शिक्षकों के सहयोग से इस मुकाम पर पहुंचे हैं। उन्होंने छात्रों को समय के महत्व को समझने और उसका सही उपयोग करने की प्रेरणा दी। श्री डेका ने कहा कि भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, और युवा इसका अभिन्न हिस्सा बनने जा रहे हैं। उन्होंने भारत के नवाचार और वैज्ञानिक योगदानों की चर्चा की, जिसमें गणितज्ञ भास्कराचार्य और शून्य की खोज जैसी उपलब्धियां शामिल हैं। डेका ने युवाओं को स्टार्ट-अप के माध्यम से उद्यमिता की दिशा में कदम बढ़ाने और रोजगार के अवसर उत्पन्न करने के लिए प्रेरित किया।समारोह की शुरुआत में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एस. के. सिंह ने स्वागत भाषण दिया और विश्वविद्यालय की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर कुलाधिपति रविशंकर जी महाराज, टी.आइ.एस.एस मुंबई के कुलाधिपति प्रोफेसर डी.पी. सिंह और अन्य प्रमुख व्यक्ति भी उपस्थित थे।