यह मामला मध्य प्रदेश के उचेहरा जनपद का है, जहां के पिपरीकला ग्राम पंचायत के सरपंच रामनरेश कुशवाहा पर आरोप है कि उन्हें जनपद सीईओ द्वारा अपमानित और प्रताड़ित किया जा रहा है। सरपंच ने पंचायत में साफ-सफाई के कार्य के लिए CM हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज की थी, जिसके बाद यह विवाद उत्पन्न हुआ। आरोप है कि सीईओ ने उनकी शिकायत के चलते पंचायत में किए गए कार्यों के बिलों के भुगतान पर मौखिक रूप से रोक लगा दी है और उनके खिलाफ जांच की नोटिस भी जारी कर दी है।सरपंच रामनरेश कुशवाहा इस स्थिति से आहत होकर सरपंच पद से इस्तीफा देने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया है और वे पंचों की राय लेने के बाद ही कोई कदम उठाएंगे।यह मामला इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर से मध्य प्रदेश में “स्वच्छता ही सेवा” पखवाड़ा शुरू किया गया है। ऐसे में, सरपंच द्वारा स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करना, उनके लिए विवाद का कारण बन गया है। इस घटना ने ग्रामीण विकास और स्वच्छता से जुड़े कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में उत्पन्न होने वाली प्रशासनिक चुनौतियों को उजागर किया है।