रायपुर(Raipur) 12 दिसंबर 2024: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में स्ट्रीट वेंडर्स और महिला समूहों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ने स्ट्रीट वेंडर्स को आत्मनिर्भर बनने में मदद की है, जबकि राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (डे-एनयूएलएम) ने महिलाओं को उद्यमशीलता की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान किया है।
मुख्यमंत्री रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के राज्य शहरी विकास अभिकरण (SUDA) द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में बोल रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने पीएम स्वनिधि और एनयूएलएम योजनाओं में उत्कृष्ट कार्य करने वाले निकायों, बैंकों, लाभार्थियों और स्ट्रीट वेंडर्स को सम्मानित किया। समारोह में उप मुख्यमंत्री अरुण साव, वन मंत्री केदार कश्यप और विधायक मोतीलाल साहू भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारे स्ट्रीट वेंडर्स सस्ती और गुणवत्ता युक्त सेवाएं प्रदान करते हैं। पहले इनके लिए कोई सहायता योजना नहीं थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने उनकी समस्याओं को समझते हुए पीएम स्वनिधि योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत बिना जमानत और मासिक किश्तों में ऋण चुकाने की सुविधा दी गई है। ब्याज सब्सिडी के लाभ ने लाखों स्ट्रीट वेंडर्स के सपनों को पूरा करने का मार्ग प्रशस्त किया है।”
महिला सशक्तिकरण की दिशा में मुख्यमंत्री ने बताया कि एनयूएलएम योजना के तहत महिला स्वसहायता समूहों को कम ब्याज दर पर ऋण देकर छोटे व्यवसाय शुरू करने में मदद की जा रही है। छत्तीसगढ़ में अब तक लाखों महिलाओं को उद्यमशीलता की दिशा में आगे बढ़ाया गया है।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा छत्तीसगढ़ और चार नगरीय निकायों को “स्पार्क अवार्ड 2023-24” से सम्मानित किया गया है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों और बैंकों के प्रयासों की सराहना की।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि ये योजनाएं गरीब परिवारों के लिए बेहद लाभदायक सिद्ध हो रही हैं। वहीं, वन मंत्री केदार कश्यप ने नगरीय क्षेत्रों में नागरिक सुविधाओं और आजीविका साधनों के विस्तार पर जोर दिया।
नगरीय प्रशासन विभाग के सचिव डॉ. बसवराजू एस. ने बताया कि पीएम स्वनिधि योजना के तहत अब तक 88,498 स्ट्रीट वेंडर्स को 184.98 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। डे-एनयूएलएम के तहत 30,347 महिला स्वसहायता समूहों को 30.34 करोड़ रुपये का रिवॉल्विंग फंड दिया गया है।
कार्यक्रम में “विकास, उपलब्धि और सुशासन के एक साल”, “डे-एनयूएलएम, पीएम स्वनिधि योजना” और “मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना” पर लघु फिल्में भी लॉन्च की गईं। मुख्यमंत्री और अन्य अतिथियों ने लाभार्थियों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। समारोह में बड़ी संख्या में अधिकारी, बैंकर्स और लाभार्थी उपस्थित थे।
संवाददाता – बीना बाघ