दिल्ली(Delhi) सद्भावना सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुए। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन का उद्देश्य समाज में सौहार्द, शांति और एकता को बढ़ावा देना था, जिसे महात्मा गांधी के विचारों और सिद्धांतों पर आधारित किया गया। इस अवसर पर रूरल चैंबर ऑफ कॉमर्स ऑफ इंडिया द्वारा विशेष रूप से युवाओं के लिए एक विशेष सत्र का भी आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य युवाओं को रोजगार, स्वावलंबन और देश की विकास यात्रा में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना था।सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने महात्मा गांधी के सत्य, अहिंसा और सद्भावना के सिद्धांतों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के आदर्श न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक हैं। सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर ही हम देश में समृद्धि और विकास की ओर अग्रसर हो सकते हैं। गांधी का सपना एक ऐसे समाज का निर्माण करना था, जहां शांति, सहिष्णुता और आपसी भाईचारा हो। अग्रवाल ने यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाए जा रहे स्वच्छ भारत मिशन की भी सराहना की, जो महात्मा गांधी की स्वच्छता की विचारधारा से प्रेरित होकर शुरू किया गया था। उन्होंने कहा कि इस मिशन ने न केवल लाखों-करोड़ों देशवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया, बल्कि उन्हें सम्मान के साथ जीवन जीने का अधिकार भी दिया। स्वच्छता अभियान ने विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई है।उन्होंने युवाओं को महात्मा गांधी के सिद्धांतों को आत्मसात करने का आह्वान किया, और कहा कि यदि आज का युवा गांधीजी के आदर्शों पर चलकर समाज की सेवा के लिए कार्य करेगा, तो हम एक सशक्त और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण कर सकेंगे। अग्रवाल ने यह भी कहा कि देश की प्रगति में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है, और उन्हें सामाजिक और राष्ट्रीय जिम्मेदारियों को समझते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।इस अवसर पर अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपने विचार रखे और महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलने की आवश्यकता पर जोर दिया।