छत्तीसगढ़(Chhattisgarh)के कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) में काम कर रहे वैज्ञानिकों और अधिकारियों के प्रतिनिधि मंडल ने रायपुर के सांसद एवं पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल से मुलाकात की और अपनी समस्याओं से जुड़ा ज्ञापन सौंपा।
प्रतिनिधि मंडल का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में कृषि विज्ञान केंद्रों की व्यवस्था में कुछ अवरोध उत्पन्न हुए हैं। उनमें सबसे बड़ी समस्या अनियमित वेतन की है, जो नियमित रूप से नहीं मिल रहा है। इसके अलावा अन्य अधिकारों से जुड़ी कई समस्याएं भी पैदा हो रही हैं, जिनका समाधान नहीं हो रहा है।
इस पर बृजमोहन अग्रवाल ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि केंद्र और राज्य दोनों जगह भाजपा की सरकार है (डबल इंजन सरकार), इसलिए कृषि वैज्ञानिकों की समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता दिखाई जाएगी। उन्होंने जल्द ही केंद्रीय कृषि मंत्री और राज्य सरकार से इस संबंध में चर्चा करने का आश्वासन दिया, ताकि इन समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके।
प्रतिनिधि मंडल में प्रमुख वैज्ञानिक और अधिकारी शामिल थे, जैसे डॉ. गौतम रॉय, डॉ. एस के वर्मा, डॉ. विजय जैन, डॉ. आर एल शर्मा, और डॉ. सौगत सासमल, जिन्होंने ज्ञापन सौंपने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।