रिपोर्टर :- कंचन यादव
कांकेर :- बालोद जिले के दल्ली राजहरा निवासी ग्रीन कमांडो के नाम से मशहूर पर्यावरण प्रेमी विरेन्द्र सिंह बालोद , कांकेर जिले के गढ़िया पहाड़ व दोनों जिलें के विभिन्न क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण एवं पौधारोपण कर हरियाली बिखेरने के लिए इन दिनों बरसात के मौसम में 500 सीड बाल को लेकर विभिन्न खाली जगहों और जंगलों में गुलेल और हाथों के माध्यम से छोड़कर वृक्षारोपण का कार्य कर रहे हैं।
जिससे वह सीड बाल बारिश में उसके अन्दर में मौजूद बीज अंकुरित होकर एक पौधा तैयार हो जाएगा। जिससे आसानी से वह पौधा तैयार हो जाएगा।सीड बाल में विभिन्न अलग-अलग बीजों जैसे नीम, करण, आम, जामुन,गुलमोहर जैसे अलग-अलग बीजों का इस्तेमाल कर सीड बाल का निर्माण किया गया है।
जाने क्या होता है सीड बाल
अक्सर कई लोगों के मन में यह सवाल उठता होगा या शायद कई लोग इस सीड बाल को नहीं जानते तो सीड बाल छोटे गेंद की तरह मिट्टी का लड्डू जैसे काली मिट्टी गोबर राख और जैविक उर्वरक का प्रयोग कर इसके बीच में विभिन्न अलग-अलग बीजों के बीज को डाल दिया जाता है और धूप में सुख दिया जाता है बारिश आने पर इस बीज से पौधे अंकुरित हो जाते हैं। बाद में फिर वह पेड़ बन जाते हैं।