बालोद: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह की 167वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि इतिहास में वही व्यक्ति याद किए जाते हैं, जो कठिन परिस्थितियों में अपने लोगों के साथ खड़े रहते हैं। मुख्यमंत्री ने वीर नारायण सिंह के भूख के खिलाफ संघर्ष को याद करते हुए कहा कि उनकी सोच को आगे बढ़ाते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने खाद्य सुरक्षा का ऐसा मॉडल तैयार किया, जिसकी पूरे देश में सराहना हो रही है।
बालोद जिले के राजाराव पठार कर्रेझर में आयोजित आदिवासी समाज के विराट वीर मेले के अवसर पर मुख्यमंत्री ने शहीद वीर नारायण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और जनजातीय देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की। इस मौके पर उन्होंने मेला स्थल तक पहुंचने के लिए सड़क और पुल-पुलिया निर्माण की स्वीकृति दी। साथ ही, पेयजल व्यवस्था के लिए 20 लाख रुपये और महिला सदन के निर्माण के लिए 30 लाख रुपये की घोषणा की।
मुख्यमंत्री साय ने नवा रायपुर में शहीद वीर नारायण सिंह की भव्य प्रतिमा स्थापित करने की भी बात कही। उन्होंने किसानों और जनजातीय समुदायों के कल्याण के लिए किए गए विभिन्न कार्यों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि हाल ही में 25 दिसंबर 2023 को सुशासन दिवस पर 13 लाख किसानों को 3716 करोड़ रुपये का धान बोनस दिया गया। किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जा रही है, जो देश में सबसे अधिक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई पीएम जनमन योजना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे विशेष पिछड़ी जनजातियों के जीवन में बड़ा बदलाव आया है। उन्होंने छत्तीसगढ़ को वर्ष 2047 तक विकसित राज्य बनाने का संकल्प दोहराते हुए कहा कि इसके लिए सरकार का विजन तैयार है।
इस कार्यक्रम में कई जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे, जिनमें कांकेर विधायक आशा राम नेताम, विधायक संजारी बालोद संगीता सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम और अन्य प्रमुख नेता शामिल थे।
संवाददाता – बीना बाघ