हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ ‘परिवर्तन यात्रा’ शुरू

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ ‘परिवर्तन यात्रा’ शुरू की है, जिसका उद्देश्य राज्य में सत्ता परिवर्तन लाना और सोरेन सरकार की विफलताओं को उजागर करना है। यह यात्रा गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 20 सितंबर को साहिबगंज के भोगनाडीह से शुरू की गई थी और यह 3 अक्टूबर तक चलेगी। इस दौरान यात्रा राज्य के सभी 24 जिलों के 81 विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरेगी, जिससे कुल 5,400 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी।

भाजपा का मकसद और यात्रा का महत्व’

परिवर्तन यात्रा’ का मुख्य उद्देश्य झारखंड की जनता को झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और कांग्रेस के गठबंधन से बनी मौजूदा सरकार की “भ्रष्ट और जनविरोधी नीतियों” से अवगत कराना है। भाजपा का आरोप है कि हेमंत सोरेन सरकार ने राज्य में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दिया है, जो राज्य के विकास में एक बड़ी बाधा बन रहा है। पार्टी ने यह भी दावा किया कि राज्य के संसाधनों का दुरुपयोग हो रहा है और माफिया और भ्रष्ट अधिकारी इन संसाधनों की लूट में शामिल हैं।

यात्रा का एक प्रमुख नारा ‘न सहेंगे, न चुप रहेंगे, बदलाव लाएंगे’ है, जिसके तहत भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने का आह्वान कर रही है। भाजपा का मानना है कि इस यात्रा के माध्यम से वह झारखंड की जनता तक सीधे पहुंच बनाएगी और सत्ता परिवर्तन के लिए जनसमर्थन जुटाएगी।

राजनीतिक भूगोल और संगठनात्मक रणनीति

भाजपा ने झारखंड को पाँच प्रमुख प्रभागों – संथाल परगना, पलामू, उत्तरी छोटानागपुर, दक्षिणी छोटानागपुर और कोल्हान – में विभाजित कर अपनी परिवर्तन यात्रा को व्यवस्थित किया है। इस यात्रा के दौरान हर ब्लॉक, हर घर और हर परिवार तक पहुंचने की योजना है। भाजपा का दावा है कि राज्य की जनता अब बदलाव चाहती है और पार्टी इस जनाकांक्षा को पूरा करने के लिए तैयार है।

भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के खिलाफ अभियान

भाजपा का आरोप है कि हेमंत सोरेन सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है। राज्य में कई घोटालों और भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं, जिनमें एक आईएएस अधिकारी के करीबी सहयोगी के घर से करोड़ों रुपये की जब्ती भी शामिल है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर भी आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप लगे हैं। भाजपा ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और सत्ता में आने पर दोषियों को सजा दिलाने का वादा किया है।

पार्टी ने सोरेन परिवार पर झारखंड की राजनीति में पारिवारिक शासन को बढ़ावा देने और सत्ता में बने रहने के लिए भाई-भतीजावाद का सहारा लेने का भी आरोप लगाया है। भाजपा का कहना है कि झारखंड की राजनीति को पारिवारिक प्रभुत्व से मुक्त करने का वक्त आ गया है।

आदिवासी समुदाय और रोजगार के मुद्दे

भाजपा ने हेमंत सोरेन पर आदिवासी समुदायों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है, जबकि सोरेन खुद आदिवासी नेता माने जाते हैं। पार्टी का दावा है कि आदिवासी समुदाय के लोगों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है और अवैध घुसपैठियों के कारण उनकी संख्या घट रही है। भाजपा ने आदिवासियों के उत्थान और विकास के लिए ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया है।

इसके अलावा, राज्य में बेरोजगारी एक प्रमुख मुद्दा है जिसे भाजपा ने अपनी यात्रा में प्रमुखता से उठाया है। पार्टी का आरोप है कि सोरेन सरकार युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है और इसके परिणामस्वरूप राज्य में रोजगार संकट गहराता जा रहा है। हाल ही में हुए कुछ घटनाक्रम, जैसे कि भर्ती परीक्षा के दौरान 12 उम्मीदवारों की मौत, राज्य सरकार की रोजगार नीति की विफलता को दर्शाते हैं।

औद्योगिक और बुनियादी ढांचा विकास

भाजपा ने हेमंत सोरेन सरकार की औद्योगिक और बुनियादी ढांचे के विकास की नीतियों की भी आलोचना की है। पार्टी का कहना है कि राज्य में उद्योगों और आधारभूत संरचना का विकास ठप है, जबकि इसके लिए आवश्यक धनराशि पहले ही आवंटित की जा चुकी है। भाजपा का वादा है कि अगर वह सत्ता में आती है, तो राज्य में औद्योगिक विकास को प्राथमिकता दी जाएगी और नए रोजगार के अवसर पैदा किए जाएंगे।

झारखंड की अस्मिता और सांस्कृतिक पहचान

भाजपा का यह भी दावा है कि सोरेन सरकार की नीतियों के कारण झारखंड की सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान खतरे में पड़ गई है। पार्टी का कहना है कि राज्य की अस्मिता को बचाने के लिए नेतृत्व में बदलाव आवश्यक है। ‘परिवर्तन यात्रा’ के माध्यम से भाजपा न केवल सरकार की नीतियों का विरोध कर रही है, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक विरासत और पहचान को बचाने का आह्वान भी कर रही है।

निष्कर्ष’

परिवर्तन यात्रा’ भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक अभियान है, जिसके माध्यम से पार्टी राज्य के विभिन्न हिस्सों में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करने की कोशिश कर रही है। इस अभियान के तहत भाजपा जनता की जरूरतों और शिकायतों को समझने और उनके समाधान के लिए ठोस नीतियों का निर्माण करने का प्रयास कर रही है। भाजपा का मानना है कि इस यात्रा के जरिए वह झारखंड के राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव ला सकती है, जिससे राज्य की जनता को एक मजबूत और जवाबदेह सरकार मिल सके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *