नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने तेलंगाना राज्य में जाति आधारित जनगणना की घोषणा की है, जिसे पार्टी के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस पहल को ऐतिहासिक और क्रांतिकारी बताया। उन्होंने कहा कि इस सर्वेक्षण में राज्य के 33 जिलों के 1.17 करोड़ घरों का डाटा एकत्रित किया जाएगा, जिसमें 80,000 गणनाकर्ता घर-घर जाकर जानकारी इकट्ठा करेंगे। बताया गया कि इस प्रकार का सर्वेक्षण 1931 के बाद पहली बार हो रहा है।
जयराम रमेश ने इस कदम को कांग्रेस के राष्ट्रीय दृष्टिकोण का हिस्सा बताया, जिसमें अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), और अन्य पिछड़ी जातियों (OBC) के लिए आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीमा हटाने पर जोर दिया गया है। रमेश ने कहा कि यह कदम डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के संविधानिक आदर्शों को ध्यान में रखते हुए, समाज में सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक न्याय सुनिश्चित करने के प्रयास के रूप में उठाया गया है।
जाति आधारित सर्वेक्षण की महत्ता पर जोर देते हुए जयराम रमेश ने कहा कि यह कदम तेलंगाना की आकांक्षाओं को पूरा करने और राज्य के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी ने हाल ही में हैदराबाद में संकेत दिया कि इस तरह का सर्वेक्षण राष्ट्रीय स्तर पर भी किया जाएगा, जिससे भारत की सामाजिक और आर्थिक असमानताओं को समझने और उनका समाधान करने में मदद मिलेगी।
कांग्रेस की इस पहल पर चर्चा करने के लिए 5 नवंबर को तेलंगाना में एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें राहुल गांधी भी शामिल हुए थे। इस बैठक में उन्होंने जाति सर्वेक्षण की प्रतिबद्धता दोहराई और इसे पार्टी के राष्ट्रीय दृष्टिकोण का अभिन्न हिस्सा बताया।
संवाददाता – बीना बाघ