नई दिल्ली: दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि विकासपुरी में एक घटना के दौरान दो लोग बेहोश हो गए, जिसमें कई छोटी-मोटी आग लगने की घटनाएं भी शामिल थीं। इसी तरह की एक और घटना मंगोलपुरी में हुई, जिसमें एक महिला और दो बच्चे घायल हो गए। गर्ग ने कहा कि इस बार दमकल बल में वृद्धि की गई थी, जिससे कोई बड़ी आग नहीं फैली। उन्होंने यह भी बताया कि काफी संख्या में कॉल्स आईं, लेकिन किसी की जान को कोई गंभीर खतरा नहीं हुआ।
डीटीसी बस में आग लगने की घटना के संबंध में डीएफएस निदेशक ने बताया कि एक कॉल प्राप्त हुई थी, जिसमें सूचना दी गई कि नजफगढ़ इलाके में एक व्यक्ति डीटीसी बस में पोटाश ले जा रहा था, जिसमें विस्फोट हो गया। पोटाश का मुख्य रूप से पटाखों में उपयोग किया जाता है और यह अत्यधिक ज्वलनशील होता है। इस विस्फोट से दो लोग घायल हो गए। घटनास्थल पर तुरंत दो दमकल गाड़ियां भेजी गईं।
इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने बताया कि गुरुवार शाम को एक डीटीसी बस में पटाखों के जलने से एक यात्री और उसके साथ बैठा एक सह-यात्री मामूली रूप से झुलस गए। प्राथमिक जांच में पता चला कि एक यात्री बस में थोड़ी मात्रा में पटाखे ले जा रहा था, जिनमें अचानक आग लग गई। इस आग से दोनों को मामूली चोटें आईं, और उन्हें उपचार के लिए आईजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) द्वारका ने कहा कि यह घटना छावला पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई थी, और मामले की जांच अभी भी जारी है।दिल्ली पुलिस ने यह भी जानकारी दी कि दीवाली की रात पटाखों पर लगे प्रतिबंध का उल्लंघन हुआ, जिससे राजधानी में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि हुई और सोमवार सुबह शहर धुंध की चादर में लिपटा दिखाई दिया। दिल्ली के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 350 से ऊपर दर्ज किया गया, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है।
आनंद विहार में AQI 395, आया नगर में 352, जहांगीरपुरी में 390 और द्वारका में 376 दर्ज किया गया। इन सभी क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रही। दिल्ली के अलावा चेन्नई और मुंबई जैसे बड़े शहरों में भी वायु गुणवत्ता की स्थिति खराब रही, जिससे बड़े क्षेत्रों में धुंध और प्रदूषण की समस्या देखने को मिली।
संवाददाता – बीना बाघ