रायपुर(Raipur) पिछले छह वर्षों से स्वाति ठाकुर निस्वार्थ भाव से जानवरों की सेवा में जुटी हैं, और उन्होंने बिना किसी सरकारी सहायता के अपने इस नेक कार्य को लगातार आगे बढ़ाया है। 2018 से शुरू हुई उनकी यह यात्रा, कई एनजीओ में वॉलंटियर के रूप में काम करने से लेकर अब अपनी खुद की संस्था की स्थापना की दिशा में बढ़ रही है।
स्वाति ने अब तक लगभग 80 जानवरों को बचाया है और उनका उपचार किया है। उनकी संस्था, जो अभी पंजीकृत नहीं है, का उद्देश्य बेजुबानों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाना और उन्हें सुरक्षित रखना है। स्वाति ने बताया, “हम हर महीने एक बार फीडिंग ड्राइव का आयोजन करते हैं ताकि कोई भी जानवर भूखा न सोए। हमारा प्रयास है कि हर जानवर को खाना और प्यार मिले।
“स्वाति का मानना है कि जानवरों की सेवा केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि एक भावना है। वह चाहती हैं कि समाज के लोग इस दिशा में आगे आएं और जानवरों के लिए कुछ सकारात्मक कदम उठाएं। “हमारे समाज में जानवरों को लेकर जागरूकता की कमी है। मैं सभी से अपील करती हूँ कि वे जानवरों के प्रति सहानुभूति रखें, चाहे वह फीडिंग ड्राइव में शामिल होना हो या उन्हें प्यार और देखभाल देना हो,” स्वाति ने अपने विचार साझा किए।
स्वाति ठाकुर की प्रेरणा उनके खुद के अनुभवों से आई है। उन्होंने कहा, “मेरे लिए जानवरों की सेवा करना एक धर्म के समान है। मैं चाहती हूँ कि और लोग भी इस कार्य में शामिल हों ताकि हम सब मिलकर जानवरों के लिए एक बेहतर जीवन सुनिश्चित कर सकें।
“स्वाति की इस पहल का महत्व केवल जानवरों की भलाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज में संवेदनशीलता और सहानुभूति को भी प्रोत्साहित करती है। उनका सपना है कि एक दिन ऐसा आए जब हर जानवर को प्रेम और देखभाल मिले। स्वाति के इस प्रयास की व्यापक सराहना हो रही है और वह आशा करती हैं कि उनकी इस पहल से अन्य लोग भी प्रेरित होंगे, और जानवरों के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझेंगे।