जांजगीर: जांजगीर में समाज एवं पर्यावरण एक्टिविस्ट काजल कसेर द्वारा “निर्भया आत्म सुरक्षा शिविर” का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य विपरीत परिस्थितियों में बेटियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाना और उन्हें जघन्य अपराधों, घरेलू और बाहरी हिंसा से लड़ने के लिए सक्षम बनाना था।
प्रशिक्षण और भागीदारी
इस शिविर में कराटे कोच वरुण पांडेय (जिला कराटे संघ, जांजगीर के सचिव) और सेल्फ डिफेंस ऑर्गेनाइजेशन ऑफ छत्तीसगढ़ की महिला कोच रूखमणी रानू ने बेटियों को आत्मरक्षा और मार्शल आर्ट के विभिन्न तरीके सिखाए। करीब 150 बालिकाओं ने इस प्रशिक्षण में हिस्सा लिया और आत्मसुरक्षा के अहम कौशल सीखे।
मुख्य अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में समाजसेवी डॉ. सुरेश देवांगन, सक्षम के जिला स्तर सह-सचिव विनोद यादव, विप्लव शिक्षा एवं कल्याण समिति के संचालक दीपक यादव, पॉलिटेक्निक कॉलेज कोरबा के अधीक्षक पुष्पेंद्र जायसवाल, सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य भगवानदास वैष्णव, शिक्षक रेवाराम कश्यप, आंगनबाड़ी वार्ड 16 की संचालिका कुमारी कंसारी, नंदिता कसेर और कई पालकगण शामिल हुए।
कार्यक्रम का उद्देश्य
काजल कसेर ने कहा कि वर्तमान समय में बालिकाओं की सुरक्षा एक गंभीर चुनौती बन गई है। अखबार और टीवी पर बलात्कार और अन्य हिंसात्मक अपराधों की खबरें आम हो गई हैं। ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए हर बेटी को रानी लक्ष्मीबाई और दुर्गावती जैसी साहसी और आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है। यह शिविर बेटियों को इन चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करने की एक सार्थक पहल है।
संवाददाता – बीना बाघ