रायपुर(Raipur) 21 नवंबर 2024: रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने गुरुवार को राज्यसभा सचिवालय में आयोजित शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, युवा एवं खेल की स्थाई समिति की महत्वपूर्ण बैठक में भाग लिया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य स्कूल शिक्षा पर नई शिक्षा नीति (एनईपी) के प्रभाव और इसकी क्रियान्वयन प्रक्रिया पर विचार-विमर्श करना था।
बैठक में स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव, शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी, शिक्षक संघों और सिविल सोसायटी संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। चर्चा के प्रमुख बिंदुओं में एनईपी के प्रभाव, समग्र शिक्षा अभियान, और एनसीईआरटी, केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) एवं नवोदय विद्यालय समिति (एनबीएस) जैसे स्वायत्त निकायों की कार्यप्रणाली शामिल रही।
बैठक में समग्र शिक्षा अभियान के तहत शिक्षा के सर्वांगीण विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों, स्वायत्त निकायों के कामकाज का मूल्यांकन, बजट आवंटन और शिक्षा मंत्रालय की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर विस्तार से चर्चा हुई। इन योजनाओं से संबंधित चुनौतियों और उनके समाधान के उपायों पर भी विचार किया गया।
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के शैक्षिक परिदृश्य की चुनौतियों और संभावनाओं को सामने रखा। उन्होंने कहा, “नई शिक्षा नीति देश के युवाओं को सशक्त बनाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सभी पक्षों के बीच समन्वय और आवश्यक संसाधनों, शिक्षक प्रशिक्षण तथा बजट आवंटन की सुनिश्चितता अत्यावश्यक है।”
उन्होंने सुझाव दिया कि ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में शैक्षिक सुविधाओं को बढ़ाने और समग्र शिक्षा अभियान को और प्रभावी बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके अलावा, स्वायत्त निकायों की कार्यप्रणाली को सशक्त और पारदर्शी बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
यह बैठक शिक्षा क्षेत्र में सुधार और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है। इसके निष्कर्षों से देश की शिक्षा प्रणाली को और अधिक सशक्त और प्रभावी बनाने में सहायता मिलेगी।
संवाददाता – बीना बाघ