रायपुर(Raipur)देवेंद्र नगर पूज्य सिंधी पंचायत देवेंद्र नगर की महिला विंग के तत्वावधान में एक विशेष 1-दिवसीय मेकअप व 5-दिवसीय गरबा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में महिला मंडल की सभी सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और गरबा के पारंपरिक नृत्य को सीखने के साथ-साथ इसे अच्छे ढंग से प्रस्तुत करने के गुर भी सीखे। कार्यक्रम के अंतिम दिन सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित कर उपहार दिए गए।
मेकअप सत्र से हुई शुरुआत
पहले दिन एक खास मेकअप सत्र का आयोजन किया गया जिसमें सभी सदस्यों को मेकअप की तकनीक और ट्रेंड्स के बारे में जानकारी दी गई। मेकअप एक्सपर्ट मुस्कान मखीजा ने सभी को रोजाना जीवन में अपनाई जा सकने वाली सरल और कारगर मेकअप तकनीकों से अवगत कराया। मेकअप के सही तरीके और उत्पादों के इस्तेमाल पर खास ध्यान दिया गया।
गरबा प्रशिक्षण: 5 दिन तक चला पारंपरिक नृत्य का जश्न
इसके बाद 5 दिनों तक गरबा प्रशिक्षण चला, जिसमें सदस्यों को गरबा के पारंपरिक स्टेप्स सिखाए गए। इस प्रशिक्षण का संचालन गरबा प्रशिक्षक एशल मोटवानी द्वारा किया गया, जिन्होंने सदस्यों को गरबा की बारीकियों को समझने और इसके उत्साहपूर्ण प्रदर्शन पर विशेष जोर दिया। गरबा प्रशिक्षकों ने सदस्यों को सटीक ताल और लय के साथ गरबा करना सिखाया।
उत्साहपूर्ण माहौल, महिलाओं का बढ़ा आत्मविश्वास
पूरे प्रशिक्षण के दौरान महिला विंग की सभी सदस्य बहुत ही उत्साहपूर्वक तरीके से शामिल हुईं। गरबा के प्रशिक्षण से महिलाओं को आत्मविश्वास मिला और उन्होंने पारंपरिक गरबा को बड़े ही जोश और आनंद के साथ प्रस्तुत किया। महिलाओं ने एक-दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करते हुए गरबा का आनंद उठाया और एक खास बंधन भी साझा किया।
अंतिम दिन उपहारों का वितरण
कार्यक्रम के अंतिम दिन गरबा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें सभी सदस्यों ने अपने-अपने समूह में सर्वश्रेष्ठ गरबा प्रस्तुत किया। अध्यक्ष गुंजन पंजवानी ने सभी प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाते हुए बेस्ट गरबा प्रदर्शन करने वालों को उपहार प्रदान किए। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के आयोजन से महिलाओं के बीच एकजुटता बढ़ती है और उन्हें सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने का मौका मिलता है।
गुंजन पंजवानी का संदेश
महिला मंडल की अध्यक्ष गुंजन पंजवानी ने कहा, “हमारा उद्देश्य महिलाओं को एक मंच प्रदान करना है, जहां वे अपनी कला और प्रतिभा को निखार सकें। ऐसे कार्यक्रम महिलाओं को एकजुट करते हैं और उन्हें अपनी क्षमताओं को पहचानने और प्रोत्साहित करने का अवसर मिलता है।
“पूज्य सिंधी पंचायत की महिला विंग द्वारा इस तरह के आयोजन महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।