रायपुर(Raipur)पुलिस अधीक्षक (SSP) संतोष सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने शनिवार रात शहर के विभिन्न इलाकों में स्थित कई कैफे और रेस्टोरेंट्स पर छापेमारी की। यह कार्रवाई देर रात करीब एक बजे हुई, जब SSP स्वयं सादे कपड़ों में ग्राहक बनकर टीम के साथ VIP रोड समेत कई स्थानों पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने निर्धारित समय सीमा से अधिक देर तक खुले रेस्टोरेंट और कैफे में शराब परोसने के मामलों का पर्दाफाश किया। कई रेस्टोरेंट मालिकों और मैनेजरों के खिलाफ FIR दर्ज की गई, और अवैध शराब रखने पर आरोपियों पर कोटपा एक्ट और अन्य प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की गई।
इस अभियान में थाना माना, मंदिर हसौद, तेलीबांधा और न्यू राजेन्द्र नगर क्षेत्रों के कई होटल और ढाबों की सघन जांच की गई। इस दौरान पिन्टू ढाबा, पाजी द पिंड, सरदार द किचन, द लिविंग रूम कैफे, एरिया 36 रेस्टोरेंट और द बर्न हाउस कैफे से कई आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से 32 पौवा देसी शराब, 8 लीटर अंग्रेजी शराब, 13 लीटर बीयर, 1 किलो तंबाकू, 3 हुक्का पाइप और 3 हुक्का पॉट जब्त किए।
मुख्य गिरफ्तारियां और कार्रवाई
1.थाना माना: –
एरिया 36 रेस्टोरेंट: कामता कश्यप को अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किया गया। उसके खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। –
द बर्न हाउस रेस्टोरेंट: सूरज जाटवार को अवैध शराब और हुक्का तंबाकू के साथ गिरफ्तार किया गया। उसके खिलाफ कोटपा एक्ट और आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई हुई।
2. थाना तेलीबांधा: –
द लिविंग रूम कैफे: संचालक राहुल धुप्पड़ को अवैध शराब के साथ गिरफ्तार कर उसके खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
बबलू ढाबा: अमनदीप को गिरफ्तार कर प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की गई।
3. थाना मंदिर हसौद: –
पिंटू ढाबा: जतिंदर सिंह को अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किया गया और उसके खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। –
सार्वजनिक स्थान पर शराब पीते हुए: अभिषेक अग्रवाल को गिरफ्तार कर आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। –
पाजी द पिंड होटल: संचालक मंजीत सिंह को अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किया गया।
4. थाना न्यू राजेंद्र नगर: –
सरदार द किचन: यहां विवाद में शामिल 5 आरोपियों—आकाश ध्रुव, प्रफुल्ल भोयर, अनिल खुटे, मुकेश दास और पी. शिवा राव—को गिरफ्तार कर प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की गई।
इस छापेमारी अभियान के तहत कुल 32 लोग गिरफ्तार किए गए, जिनमें से कई पर आबकारी और कोटपा एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया। पुलिस की यह कार्रवाई शहर में अवैध गतिविधियों को रोकने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए की गई थी।